Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 30

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 30

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 30 लेलिह्यसे ग्रसमान: समन्ता-ल्लोकान्समग्रान्वदनैर्ज्वलद्भि: |तेजोभिरापूर्य जगत्समग्रंभासस्तवोग्रा: प्रतपन्ति विष्णो || 30|| श्रीमद भगवद गीता अध्याय 11 श्लोक 30 का हिंदी अनुवाद Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 30: अर्थात अर्जुन भगवान को कहते हैं, आप सारे लोको को प्रज्वलित मुखो द्वारा ग्रास करते, चारों तरफ से बार-बार चाट रहे हो। और है … Read more

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 12

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 12

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 12 दिवि सूर्यसहस्रस्य भवेद्युगपदुत्थिता |यदि भा: सदृशी सा स्याद्भासस्तस्य महात्मन: || 12|| श्रीमद भगवद गीता अध्याय 11 श्लोक 12 का हिंदी अनुवाद Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 12,: अर्थात संजय कहते हैं, अगर आसमान में एक साथ हजार सूर्य उदित हो जाए, फिर भी सब का प्रकाश मिलकर भी वे … Read more

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 10 11

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 10

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 10 11 अनेकवक्त्रनयनमनेकाद्भुतदर्शनम् |अनेकदिव्याभरणं दिव्यानेकोद्यतायुधम् || 10||दिव्यमाल्याम्बरधरं दिव्यगन्धानुलेपनम् |सर्वाश्चर्यमयं देवमनन्तं विश्वतोमुखम् || 11|| श्रीमद भगवत गीता अध्याय 11 श्लोक 10 11 का हिंदी अनुवाद Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 10 11: अर्थात संजय बोले, जिनके अनेक मुख और नेत्र हैं, अनेक प्रकार के अद्भुत दर्शन है, अनेक दिव्य आभूषण है, … Read more

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 8

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 8

Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 8 न तु मां शक्यसे द्रष्टुमनेनैव स्वचक्षुषा |दिव्यं ददामि ते चक्षु: पश्य मे योगमैश्वरम् || 8|| श्रीमद भगवत गीता अध्याय 11 श्लोक 8 का हिंदी अनुवाद Bhagavad Gita Chapter 11 Verse 8: अर्थात भगवान अर्जून को कहते हैं, तुम अपनी इस आंखों द्वारा अर्थात चरम चक्षु द्वारा मुझे देख नहीं … Read more

Bhagavad Gita Chapter 4 Verse 5

Shrimad Bhagavad Gita Chapter 4 Verse 5

श्रीमदभगवद गीता अध्याय 4 श्लोक 5 श्रीभगवानुवाच |बहूनि मे व्यतीतानि जन्मानि तव चार्जुन |तान्यहं वेद सर्वाणि न त्वं वेत्थ परन्तप || 5|| श्रीमद भगवत गीता अध्याय 4 श्लोक 5 का हिंदी अनुवाद Bhagavad Gita Chapter 4 Verse 5: अर्थात श्री भगवान बोले है – है परंतप अर्जुन ! मेरे और तुम्हारा कई जन्म हो चुके … Read more