महाकुंभ: 11 दिनों में लाखों श्रद्धालुओं का संगम में स्नान

महाकुंभ: 11 दिन

महाकुंभ में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने लगाई डुबकी 

महाकुंभ में बुधवार को भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने पवित्र डुबकी लगाई। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 48.74 लाख से अधिक लोगों ने संगम में डुबकी लगाकर पुण्य अर्जित किया। इनमें 10 लाख कल्पवासी और 38.74 लाख अन्य भक्त शामिल थे। इस विशाल भीड़ ने महाकुंभ की धार्मिक महत्ता को एक बार फिर साबित किया। आज सनातन बोर्ड को लेकर एक महत्वपूर्ण प्रेस कान्फ्रेंस आयोजित की जाएगी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी, कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर और आनंद अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर बालकानंद गिरी निरंजनी अखाड़े में उपस्थित रहेंगे।

ड्रोन शो पर दिखेगी गणतंत्र दिवस (Republic Day) की झलक

महाकुंभ मेले में श्रद्धालुओं के लिए एक अनूठा अनुभव पेश करते हुए, पर्यटन विभाग ने 24, 25 और 26 जनवरी को महाकुंभनगर के सेक्टर 7 में एक विशेष ड्रोन शो का आयोजन किया है। गणतंत्र दिवस की थीम पर आधारित इस शो में आकाश में रंग-बिरंगे ड्रोन एक साथ मिलकर अद्भुत आकृतियां बनाएंगे, जो देशभक्ति की भावना से ओत-प्रोत होंगी। गुरुवार को इस शो का रिहर्सल किया गया, जहां ड्रोन की मनमोहक प्रस्तुति ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। रोशनी और संगीत के साथ समन्वित होकर यह ड्रोन शो आकाश में एक अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करेगा, जो करोड़ों श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक अविस्मरणीय अनुभव साबित होगा। यह प्रयास महाकुंभ में आधुनिक तकनीक का उपयोग करते हुए देशभक्ति की भावना को एक नए आयाम पर पहुंचाएगा।

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सनातन धर्म के लिए नया अध्याय

प्रयागराज महाकुंभ में 27 जनवरी को आयोजित होने वाली धर्म संसद में सनातन धर्म से जुड़े कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की जाएगी। इस धर्म संसद में सनातन बोर्ड के गठन और मुस्लिम वक्फ बोर्ड को खत्म करने जैसे मुद्दों पर विशेष जोर दिया जाएगा। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी और अन्य प्रमुख संतों ने इस संदर्भ में एक पांच सदस्यीय समिति का गठन किया है, जिसमें कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर भी शामिल हैं।

संतों का मानना है कि सनातन धर्म को मजबूत करने के लिए सनातन बोर्ड का गठन अत्यंत आवश्यक है। साथ ही, उन्होंने वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग भी की है। संतों का कहना है कि वक्फ बोर्ड अब जमीन कब्जा करने का माध्यम बन गया है। संतों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से इन मांगों को पूरा करने की अपील की है।

यह धर्म संसद सनातन धर्म के लिए एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है। इस संसद में लिए गए फैसलों का असर देश के करोड़ों हिंदुओं पर पड़ेगा।

महाकुंभ में सुरक्षा के नए मानक

प्रयागराज महाकुंभ में इन दिनों धर्म, राजनीति और विवादों का अनूठा संगम देखने को मिल रहा है। एक ओर जहां लाखों श्रद्धालु पवित्र नदियों में डुबकी लगाकर पुण्य लाभ ले रहे हैं, वहीं दूसरी ओर धर्म संसद में सनातन धर्म के भविष्य को लेकर गंभीर चर्चाएं हो रही हैं।

महाकुंभ में सुरक्षा के मद्देनजर अग्निशमन विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 200 से 250 अवैध सिलेंडर जब्त किए हैं। इससे पहले 19 जनवरी को लगी आग के बाद यह कार्रवाई की गई है। वहीं, काशी विद्वत परिषद ने हिंदुओं के लिए एक नई आचार संहिता तैयार की है, जिसे महाकुंभ में जारी किया जाएगा।

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धर्म संसद में कथावाचक देवकीनंदन ठाकुर ने सनातन बोर्ड के गठन और मुस्लिम वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हमारी संस्कृति अभी भी आजाद नहीं है और इसे मजबूत बनाने के लिए सनातन बोर्ड का होना जरूरी है। उन्होंने योगी आदित्यनाथ और नरेंद्र मोदी से इस मांग को पूरा करने की अपील की है।

दूसरी ओर, डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती ने एक विवादास्पद बयान देते हुए कहा कि अगर देश में मौजूदा परिस्थितियां नहीं बदलीं, तो 2035 तक भारत का प्रधानमंत्री एक मुस्लिम होगा। उन्होंने हिंदू परिवारों से कम से कम दो बच्चे पैदा करने की अपील की।

यह स्पष्ट है कि महाकुंभ सिर्फ एक धार्मिक आयोजन नहीं रह गया है, बल्कि यह राजनीति और सामाजिक मुद्दों से भी जुड़ गया है। सनातन बोर्ड के गठन और वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। वहीं, यति नरसिंहानंद के बयान ने विवाद को और हवा दी है।

Conclusion:

Mahakumbh 2025 में धर्म, राजनीति और समाज के विभिन्न पहलू सामने आ रहे हैं। लाखों श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ, सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने के लिए अग्निशमन विभाग ने 200-250 अवैध सिलेंडर जब्त किए हैं। धर्म संसद में सनातन बोर्ड के गठन और मुस्लिम वक्फ बोर्ड को खत्म करने की मांग प्रमुखता से उठ रही है, जबकि काशी विद्वत परिषद हिंदुओं के लिए एक नई आचार संहिता तैयार कर रही है। हालांकि, डासना मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद के विवादास्पद बयान ने धार्मिक माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है। महाकुंभ इस प्रकार एक ऐसा मंच बन गया है जहां धर्म, राजनीति और समाज के विभिन्न मुद्दे एक साथ उभर रहे हैं, जिससे यह समाज के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर बन गया है कि वह इन मुद्दों पर गहन विचार-विमर्श करे और आगे की राह तलाशे।

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FAQs

महाकुंभ में ड्रोन शो क्यों आयोजित किया जा रहा है?

महाकुंभ में ड्रोन शो का आयोजन श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए एक अनूठा अनुभव प्रदान करने के लिए किया जा रहा है। यह शो गणतंत्र दिवस की थीम पर आधारित है, जिससे देशभक्ति की भावना को बढ़ावा मिलेगा।

ड्रोन शो कब आयोजित किया जाएगा?

ड्रोन शो 24, 25 और 26 जनवरी को महाकुंभनगर के सेक्टर 7 में आयोजित किया जाएगा।

ड्रोन शो कहाँ आयोजित किया जाएगा?

ड्रोन शो महाकुंभनगर के सेक्टर 7 में आयोजित किया जाएगा।

इस धर्म संसद में क्या चर्चा होगी?

इस धर्म संसद में मुख्य रूप से सनातन बोर्ड के गठन और मुस्लिम वक्फ बोर्ड को खत्म करने जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। इसके अलावा, सनातन धर्म को मजबूत बनाने के लिए अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की जा सकती है।

सनातन बोर्ड क्या है?

सनातन बोर्ड एक प्रस्तावित बोर्ड है जिसका उद्देश्य सनातन धर्म के हितों की रक्षा करना है। इस बोर्ड के माध्यम से सनातन धर्म से जुड़े सभी मंदिरों, मठों और धार्मिक संस्थानों का एकीकरण किया जाएगा।

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